गुरुवार, 21 दिसंबर 2017

मतदान-पाठ योजना

बुनियादी जानकारी

राजनीति विज्ञान को विद्यार्थियों को प्राय: एक ‘बहुत नीरस’ या ‘बहुत उबाऊ’ विषय के रूप में  पढ़ाया जाता है। वे राजनीति विज्ञान के पाठों का अध्‍ययन रटने की विधि का प्रयोग करते हुए अपेक्षाकृत यांत्रिक और एकरस ढंग से करते हैं और अपने जीवन में इसके महत्व और सम्बद्धता को मुश्किल से महसूस कर पाते हैं। बच्चे अपने आसपास की ‘राजनीति’ और ‘सरकार’ के छोटे अंशों और टुकड़ों पर ध्‍यान तो देते हैं या उनका अवलोकन भी करते हैं परन्‍तु उन्हें अपनी पाठ्यपुस्तकों में सामग्री के साथ जोड़ने में असफल हो रहते हैं। बच्चों को उनके जीवन में राजनीति विज्ञान के महत्व का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने की जल्दी शुरुआत करवाना उन्हें इसकी परिकल्पना में आगे बढ़ने से पहले विषय से परिचित करवाने का श्रेष्‍ठ माध्‍यम है। यह पाठ योजना चुनाव प्रक्रिया का अभ्‍यास करवाती है जिसमें विद्यार्थी ‘चुनाव अभियान’, ‘गोपनीय मतदान’, ‘अवैध मत’, ‘गणना करना’ आदि के बारे में जानेंगे। 

पाठ योजना विवरण
अवधि : 
01 hours 20 mins
परिचय: 
राजनीति विज्ञान को विद्यार्थियों को प्राय: एक ‘बहुत नीरस’ या ‘बहुत उबाऊ’ विषय के रूप में  पढ़ाया जाता है। वे राजनीति विज्ञान के पाठों का अध्‍ययन रटने की विधि का प्रयोग करते हुए अपेक्षाकृत यांत्रिक और एकरस ढंग से करते हैं और अपने जीवन में इसके महत्व और सम्बद्धता को मुश्किल से महसूस कर पाते हैं। बच्चे अपने आसपास की ‘राजनीति’ और ‘सरकार’ के छोटे अंशों और टुकड़ों पर ध्‍यान तो देते हैं या उनका अवलोकन भी करते हैं परन्‍तु उन्हें अपनी पाठ्यपुस्तकों में सामग्री के साथ जोड़ने में असफल हो रहते हैं। बच्चों को उनके जीवन में राजनीति विज्ञान के महत्व का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने की जल्दी शुरुआत करवाना उन्हें इसकी परिकल्पना में आगे बढ़ने से पहले विषय से परिचित करवाने का श्रेष्‍ठ माध्‍यम है। यह पाठ योजना चुनाव प्रक्रिया का अभ्‍यास करवाती है जिसमें विद्यार्थी ‘चुनाव अभियान’, ‘गोपनीय मतदान’, ‘अवैध मत’, ‘गणना करना’ आदि के बारे में जानेंगे। 

उद्देश्‍य : 
चुनाव प्रक्रिया पर विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव हासिल करने में सहायता करना।विद्यार्थियों को निर्वाचन शब्दावली जैसे अभियान, मतपत्र, वोट आदि से परिचित करवाना।विद्यार्थियों को चुनाव प्रक्रिया की विधि और नियमों के बारे में शिक्षित करना। 

चरण : 
सत्र 1: 40 मिनट
सहायक सामग्री : विभिन्न दलों के चिह्नों के चित्र, गत्‍ते का एक खाली डिब्बा जो मतपेटी के रूप में प्रयोग किया जाएगा, मतपत्रों को तैयार करने के लिए कागज की शीट।

चरण 1 : रुचि पैदा करना
छात्रों से विभिन्न राजनीतिक दलों के चिह्नों के चित्र बनवाएँ।छात्रों को ये चित्र उनकी स्क्रैप-बुक में चिपकाने को कहें और सम्बन्धित चित्रों के साथ दलों के नाम लिखने दें।चिह्नों को उनके दलों के साथ सम्बद्ध करने में उनकी सहायता करें।

चरण 2 : समूह चर्चा
मतदान प्रक्रियामतदान के लिए आवश्‍यक न्यूनतम योग्यतामतपत्र की कल्पनाआपको कौन सी आयु में मतदान की अनुमति होगी?एक व्यक्ति को कितने मत डालने का अधिकार है?अंगुली पर निशान क्यों लगाते हैं?न मिटने वाली स्याही का प्रयोग क्यों किया जाता है?

आदि पर एक चर्चा की शुरुआत करें ।

चरण 3 : चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत 
कक्षा को 3 समूहों में बाँट दें।प्रत्येक समूह को अपना एक दल प्रमुख मनोनीत करने के लिए कहें।अब प्रत्येक समूह या दल को अपने दल के लिए नाम निश्चित करना, एक पार्टी चिह्न डिजाईन करना और एक चुनाव कार्यक्रम तैयार करना है।चुनाव प्रक्रिया में चुनाव अभियान की कल्पना से परिचित करवाएँ ।दल प्रमुखों को कक्षा को सम्बोधित करने के लिए कहें और उनसे पूछें कि यदि वे कैप्टन चुन लिए जाते हैं तो वे कक्षा के लिए क्या करेंगे और कक्षा उन्हें वोट क्‍यों दे।

सत्र 2: 40 मिनट
चरण 1 : मतदान करना

कागज के पृष्‍ठ को समान आकार की पर्चियों में काटें। प्रत्येक विद्यार्थी को एक कागज की पर्ची मतपत्र तैयार करने के लिए दें और प्रत्येक विद्यार्थी को कागज पर तीनों दलों के निशान एक के नीचे दूसरा बनाने के लिए कहें।अब मतपत्र पर्चियों को इकट्ठा कर आपस में मिला दें।प्रत्येक विद्यार्थी को अलग-अलग आने के लिए कहें।  विद्यार्थी के आने पर उसे एक मतपत्र दें और विद्यार्थी को  उस दल के निशान के सामने निशान लगाने के लिए कहें जिसे वह अपना मत देना चाहता है। निशान लगाने के बाद पर्ची को मोड़ें और डिब्बे में डाल दें। समझाएँ कि कैसे ओवर राइटिंग या परस्पर काटने से मत ‘अवैध’ हो जाता है और इसकी गिनती नहीं की जाती है।विद्यार्थी द्वारा मतदान करने के बाद मतदान रजिस्टर में उस विद्यार्थी का नाम काट दें। मतदाता की अंगुली पर निशान लगाने के लिए एक मार्कर का उपयोग करें।

चरण 2 : गिनती करना

प्रत्येक समूह से एक विद्यार्थी को बुलाएँ।एक विद्यार्थी को मतपेटी खोलने और पर्चियाँ बाहर निकालने, दूसरे को उस दल का नाम पुकारने जिसे वोट दिया गया है और तीसरे विद्यार्थी को ब्लैकबोर्ड पर प्रत्येक दल के सामने मतों की संख्‍या लिखने की जिम्मेवारी सौंप दें।अब विद्यार्थियों को आँकड़ों का मिलान करने दें और यह निर्णय करने दें कि उनका कप्तान और उप-कप्तान कौन है।

अब उनके पास अपने लोकतांत्रिक ढंग से चुने हुए नेता हैं।

(यह लेख टीचर्स प्‍लस में प्रकाशित लेख का सम्‍पादित हिन्‍दी अनुवाद है।) 

प्रस्तुति : अध्यापक की सोच

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