"अध्यापक की सोच" ब्लॉग केवल अध्यापकों के लिए ही है . इसमें जितनी भी सामग्री होगी वो मूलतः शिक्षाविदों के लिए, शिक्षाविदों के द्वारा लिखी गई है . शिक्षक का दर्जा समाज में हमेशा से ही पूजनीय रहा है। कोई उसे गुरु कहता है, कोई शिक्षक कहता है, कोई आचार्य कहता है, तो कोई अध्यापक या टीचर कहता है ये सभी शब्द एक ऐसे व्यक्ति को चित्रित करते हैं, जो सभी को ज्ञान देता है, सिखाता है और जिसका योगदान किसी भी देश या राष्ट्र के भविष्य का निर्माण करना है।
बुधवार, 27 जुलाई 2016
अध्यापक की सोच
व्हाट्स एप्प्स पर "अध्यापक की सोच" के क्रमशः Aks-1 और Aks-2 ग्रुप सफल तरीके से चले हैं ।
अब मैं ब्लॉग स्पॉट पर जा कर ,आप लोगों का साथ यहाँ भी चाहता हूँ । उम्मीद है कि आप मुझे निराश नहीं करेंगे ।
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