"अध्यापक की सोच" ब्लॉग केवल अध्यापकों के लिए ही है . इसमें जितनी भी सामग्री होगी वो मूलतः शिक्षाविदों के लिए, शिक्षाविदों के द्वारा लिखी गई है . शिक्षक का दर्जा समाज में हमेशा से ही पूजनीय रहा है। कोई उसे गुरु कहता है, कोई शिक्षक कहता है, कोई आचार्य कहता है, तो कोई अध्यापक या टीचर कहता है ये सभी शब्द एक ऐसे व्यक्ति को चित्रित करते हैं, जो सभी को ज्ञान देता है, सिखाता है और जिसका योगदान किसी भी देश या राष्ट्र के भविष्य का निर्माण करना है।